जानवरों की फ़िल्म की कहानी सरल हिंदी :
रणविजय “विजय” सिंह, दिल्ली के एक बड़े उद्योगपति बलबीर सिंह का बेटा है। विजय का स्वभाव गुस्से वाला है। बलबीर एक सख्त पिता हैं, लेकिन विजय के दिल में अपने पिता के लिए बहुत प्यार है। बलबीर अपने काम की वजह से इतने व्यस्त रहते हैं कि उन्हें विजय के इस प्यार का पता नहीं चलता और परिवार के साथ समय भी नहीं बिता पाते।
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एक दिन, जब विजय अपनी बड़ी बहन रीता के बुलियों को AK-47 से धमकी देता है, तब बलबीर उसे अमेरिका के बोर्डिंग स्कूल भेज देते हैं। विजय कई सालों बाद पढ़ाई पूरी करके घर लौटता है। बलबीर के जन्मदिन की पार्टी में विजय का अपने बहनोई वरुण से झगड़ा हो जाता है, और गुस्से में बलबीर उसे घर से निकाल देते हैं। इसके बाद विजय अपनी बचपन की दोस्त गीतांजलि से शादी करके अमेरिका चला जाता है। वहाँ उनके दो बच्चे होते हैं।
आठ साल बाद, विजय को पता चलता है कि बलबीर पर किसी ने जानलेवा हमला किया है। विजय अपनी पत्नी और बच्चों के साथ भारत लौटता है। वह अपने परिवार के साथ सुलह करता है और हमलावर का पता लगाने का फैसला करता है। विजय गाँव से अपने चचेरे भाइयों को मदद के लिए बुलाता है और बलबीर के लिए एक बॉडी डबल रखता है, जिसे गैंगस्टर असरार हक मार देता है। विजय को पता चलता है कि हमले में वरुण का हाथ है और वह उसे सबके सामने मार देता है।
विजय और उसके भाई हथियारों के डीलर फ्रेडी से मिलने होटल जाते हैं। असरार और उसके साथी विजय को मारने पहुँचते हैं, लेकिन विजय उन्हें मशीन गन से मार गिराता है, हालांकि वह खुद गंभीर रूप से घायल हो जाता है।
दो हफ्ते बाद, विजय का दिल खराब हो जाता है और उसका हार्ट ट्रांसप्लांट होता है। इस बीच, असरार के भाई अबरार हक को असरार की मौत का पता चलता है और वह गुस्से में खबर लाने वाले को मार देता है। अबरार को पता चलता है कि विजय का परिवार उसके निशाने पर है।
विजय की मुलाकात ज़ोया से होती है, जो उसके दिल के डोनर की मंगेतर है। ज़ोया विजय को फंसाने की कोशिश करती है, लेकिन विजय पहले से सब कुछ जानता है और यह नाटक इसलिए करता है ताकि असली साजिशकर्ता का पता लग सके।
बाद में, विजय को पता चलता है कि अबरार और उसके भाई उसके दूर के रिश्तेदार हैं। विजय अपने परिवार की रक्षा के लिए स्कॉटलैंड जाता है और अबरार को मार देता है।
दीवाली के दिन, बलबीर विजय से माफी मांगते हैं और बताते हैं कि उन्हें कैंसर है। बलबीर के जाने के बाद विजय बहुत दुखी होता है। गीतांजलि अपने बच्चों के साथ अमेरिका लौट जाती है, लेकिन उनका बेटा अभय वापस विजय के पास आ जाता है।
पोस्ट-क्रेडिट सीन:
असरार का सबसे छोटा भाई अज़ीज़ हक प्लास्टिक सर्जरी करवाकर विजय जैसा दिखने लगता है। ज़ोया और अबिद उसके साथ हैं, और ज़ोया गर्भवती होती है। अज़ीज़ बदला लेने के लिए विजय के भाइयों को मार देता है और विजय के खिलाफ नई जंग की तैयारी करता है।
कलाकार
रणबीर कपूर दोहरी भूमिका में:
- रणविजय “विजय” बलबीर सिंह
- अज़ीज़ हक (आवाज़: संदीप रेड्डी वांगा)
अहमद इब्न उमर – युवा रणविजय
अनिल कपूर दोहरी भूमिका में:
- बलबीर राजधीर सिंह (रणविजय के पिता)
- कैलाश पेटकर
बॉबी देओल – अबरार हक
लियोन उंग – युवा अबरार
रश्मिका मंदाना – गीतांजलि अयंगर सिंह
दियारा वलेचा – युवा गीतांजलि
त्रिप्ती डिमरी – ज़ोया रियाज़
चारू शंकर – ज्योति सिंह (रणविजय की माँ)
शक्ति कपूर – पीके मिश्रा (स्वस्तिक स्टील्स कॉरपोरेशन के सीओओ)
प्रेम चोपड़ा – दलबीर दोदमल सिंह “बड़े दाजी” (रणविजय के दादा)
बबलू पृथ्वीराज – असरार हक (अबरार, आबिद और अज़ीज़ का बड़ा भाई)
सौरभ सचदेवा – आबिद हक (अबरार और अज़ीज़ का दूसरा भाई)
मधु राजा – रानी कौर “बीजी” (दलबीर सिंह की पत्नी)
सुरेश ओबेरॉय – राजधीर दोदमल सिंह “दादाजी” (रणविजय के दादा)
सलोनी बत्रा – रीता सिंह मल्होत्रा (रणविजय की बड़ी बहन)
नीवन वेद – युवा रीता
अंशुल चौहान – रूप सिंह (रणविजय की छोटी बहन)
इवा चिब्बर – युवा रूप
सिद्धांत कर्णिक – वरुण प्रताप मल्होत्रा (रीता का पति और रणविजय का बहनोई)
मगंती श्रीनाथ – कार्तिक अयंगर (गीतांजलि का भाई)
उपेंद्र लिमये – फ्रेडी विल्फ्रेड पाटिल
मैथ्यू वर्गीज – प्रोफेसर श्रीपद बालाजी अयंगर (कार्तिक और गीतांजलि के पिता)
इंदिरा कृष्णन – मोतिका अयंगर (कार्तिक और गीतांजलि की माँ)
कुणाल ठाकुर – अहान (गीतांजलि का मंगेतर)
मृण्मयी गोडबोले – डॉ. अमृता
डेवी ग्रेवाल – संग्राम सिंह
विवेक शर्मा – पाली सिंह
गगनदीप सिंह – सनी सिंह
कवलप्रीत सिंह – विक्रम सिंह
अमंजोत सिंह – गुरु सिंह
मनजोत सिंह – राजबीर “रॉयल” सिंह
अवदीप सिद्धू – मनजोत सिंह
कमलजीत राणा – बाली सिंह
गुरसेवक सिंह मंडेर – किर्पाल “केपी” सिंह
बुट्टा बदबर – बुट्टा सिंह
शबाना हारून – निलोफर रहमानी (अबरार हक की पहली पत्नी)
सफीना शाह – मेहरुनिसा बेग (अबरार हक की दूसरी पत्नी)
मानसी ताकस – उम्म-ए-हानी फरीन (अबरार हक की तीसरी पत्नी)
तनाज़ दावूदी – शिरीन बहार (गाना “जमाल कूडू” की गायिका)
अवि रखेचा – रूप का पति
सनवीर सचदेवा – अभय रणविजय सिंह (रणविजय का बेटा)
माइरीन ग्रोवर – गीतांजलि सिंह जूनियर (रणविजय की बेटी)
सरताज कक्कड़ – रीता का बेटा